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Wednesday, March 14, 2018

गणगौर के दोहे

यह व्रत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। गण अर्थात भगवान शिव और गौर अर्थात माता पार्वती का पूजन किया जाता है। कुंवारी लड़कियां मनपसंद वर पाने की कामना से व्रत करती है तो विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत एवं पूजन करती है।

            इस पूजन में गणगौर माता को पानी पिलाते समय दोहे के रूप में पति का नाम लिया जाता है। उन्हीं में से कुछ मजेदार दोहे------

                          (इन दोहो को बोलते समय आपको पिया जी के स्थान पर अपने पति का नाम लेना है)




  •  मंडलोई परिवार की बहू हूंँ मैं, और टीना मेरा नाम
           पिया जी है पति परमेश्वर, नरसिंहगढ़ ही है मेरे चारों धाम। 

                 (अपने परिवार और शहर का नाम ले )


  • एक दूनी दो, दो दूनी चार, पिया जी को हो गया मुझसे प्यार।



  •  खेत, खेत में क्यारी मैं पिया जी की प्यारी। 


  •  गोरा के मन में है, ईसर, राधा के मन में श्याम
          जो मेरे मन को भावे पिया जी है उनका नाम। 


  •  किसी को वाइट पसंद है, किसी को लाइट पसंद है

           मुझे तो पिया जी की हाइट पसंद है।


  •  32,000 की बग्गी मेरी, 40000 का घोड़ा

           पिया जी के लिए मैंने उज्जैन शहर छोड़ा।


  •  कटोरे में कटोरा, कटोरे में घेवर

           पिया जी मेरी भाभी के देवर।


  •  लाल मिर्च खाते नहीं, हरी मिर्च लाते नहीं

          पिया जी मुझे लिए बगैर कहीं जाते नहीं।


  •  बगीचे में क्यारी, क्यारी में पानी,

           पिया जी मेरे राजा, मैं पिया जी की रानी।


  • सोने के कड़े में हीरे जड़े

          पीछे पलट के देखा तो पिया जी खड़े।


  •  इमली खाऊ, खट्टी -मीठी और मैं खाऊं बोर

           पिया जी है ईसर मेरे,मैं उनकी गणगौर।


  •  गागर में सागर, सागर में पानी

           पिया जी नहीं घर पर ,तो नींद कैसे आनी।


  •  आपकी मुस्कुराहट ने ऐसा अटैक किया

           पिया जी आपको सिलेक्ट किया,बाकी सब को रिजेक्ट किया


  •   मस्तक पर तिलक, गले में हार है

           मुझे पिया जी से पिया जी को मुझसे प्यार है।


  •  वह है दीपक मैं उनकी बाती

           हर जन्म में हो पिया जी मेरे जीवन साथी। 


  •  कमरे में अलमारी ,अलमारी में नोटों की थप्पी 

        पिया जी ने चुपके से ले ली मेरी पप्पी।

      •   1234567 पिया जी है मेरे heaven



        • चप्पल पहनु बाटा ,साड़ी पहनु कोटा

                  पिया जी जाए बाहर, तो मैं करूं टाटा।



            • फागुन का महीना और गुलाबी रंग

                     पिया जी का और मेरा जीवन भर का संग। 



                •  मीरा ने पीया विष का प्याला, राधा ने श्याम को मदहोश कर डाला 
                         गौरी ने पहनाई शिव को माला, गणगौर पूजा से मुझे मिला
                         पियाजी   जैसा दिलवाला।